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Saturday 2 July 2011

My First LOVE........


अ वैरी स्वीट पोएम व्रित्तें बी POONAM MISHRA 
इ ऍम लुच्क्य तो शेयर हेर वोर्ड्स विथ अल ऑफ़ यू..............
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बहुत दिनों बाद मिले थे, मिले क्या थे समझिये जैसे अन्धे को आखें और प्यासे को पानी मिल गया हो! इतने दिनों बाद उनसे मिल कर और उनकी हालत देख कर दिल भर आया! पुरानी प्यास फिर जग गयी और मुझे उनसे अपनी पहली मुलाकात याद आ गयी!


वो भी क्या दिन था, जब यों ही अपनी पत्नी की खरीदारी के बीच मै पत्नी को बेहद नापसन्द एक सब्जी की तरह इधर उधर देख रहा था!


मेरी किस्मत का जोर था तभी तो एक दुकान पर उनको देखते ही मेरा दिल जोर जोर से धडकनें लगा, पर बीवी की तेज टेढी नजर को देख कर दिल के अरमां जैसे प्रकट हुये थे वैसे ही गायब हो गये!


पर पुराना प्यार और पुराना मर्ज जल्दी पीछा नहीं छोडता, कई दिन की जद्दोजहद के बाद आखिर सबसे लड झगड कर हम उनको साथ लेकर घर आ ही गये! अपनी सौतन को देख कर बीवी आग बबूला हो गयी, पर वो मेरी दो वक्त की रोटी से ज्यादा कुछ छीन नहीं पायी!


हम उनको अपनी बाहों में लिये वक्त गुजारनें लगे, और घर वालों का गुस्सा उबाल खाता रहा! किसी नयी नवेली के लिये इतना प्यार ठीक था, लेकिन अब तक उनको घर आये हुये काफी वक्त हो चुका था, पर हमारा जुनून कम ही नहीं हो रहा था!


TO BE CONTINUED............



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